RBI ने वित्त वर्ष 2024-25 में 7.2 फीसदी की ग्रोथ अनुमान लगाया है. यह वित्त मंत्रालय की आर्थिक समीक्षा में लगाए गए अनुमान से अधिक है
IMF समेत कई एजेंसियां भारत की आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटा रहे हैं. आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है और आप इससे किस तरह प्रभावित हो सकते हैं.
RBI ने फाइनेंशियल ईयर 2021-22 में GDP ग्रोथ के अनुमान में कोई बदलाव नहीं किया है. RBI ने GDP ग्रोथ का अनुमान 9.5% पर बरकार रखा है.
Q1 GDP Growth: सरकार ने विकास को बढ़ावा देने वाली नीतियों पर काम किया है. अब रोजगार सृजन को प्राथमिकता देने की जरूरत है. जॉबलेस ग्रोथ का फायदना नहीं
IMF की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने कहा है कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिये पूर्व के अनुमान के मुकाबले मजबूत रिकवरी की उम्मीद कर रहे हैं.
सांख्यिकी मंत्रालय का ताजा आंकलन है कि 2020-21 के पूरे कारोबारी साल के दौरान जीडीपी (GDP) में 8 फीसदी की गिरावट हो सकती है.
RBI के पूर्व गवर्नर बिमल जालान का कहना है कि18 महीने में भारत की आर्थिक वृद्धि दर कोविड-19 पूर्व के स्तर पर आ जाएगी.